Thursday, July 14, 2011

R.I.P Mumbaikars...God bless!!

अपने हैवानियत के खेल में ,
तू कितने चराग ऐ रोशन बुझाता चला गया....
क्यों तू धर्म के नाम पर 
ऐसा जूनून फैलता चला गया ..??

गर तेरी रग में दौड़ता है लहू इंसान का ..
मुझे बस तू इतना बता जा ...
बहा है जो खून इस लहू ऐ दरिया में..
वो क्या तेरा ना था ,वो  क्या मेरा ना था ..
गर हिन्दू का था तो क्या मुस्लमान का ना था..
गर सिख का था तो क्या इसाई का ना था ..

फिर तेरा मकसद क्या है ....?
ये किस धर्म के नाम पर तू.. 
ये कौन सा फलसफा समझाता चला गया ...
फिर क्यों तू ऐसा जूनून फैलता चला गया ..??? 

फिर क्यों ....
.....
....
...
तू ऐसा जूनून फैलता चला गया ...???

( R.I.P All the affected Mumbaikars... In-spite of all this the Spirit of Mumbai has risen from its ashes... and has silenced all its detractors...Long Live Mumbai and Long Live Mumbaikars...Be blessed always..God bless!

No comments:

Post a Comment