Saturday, November 12, 2011

बिम्ब को प्रतिबिम्ब का एहसास, आज थोड़ा होने तो दो ..
दिया और बाती को कुछ ख़ास आज होने तो दो ..!
इन सिन्दूरी बदरा को, लजाई  इस झील में घुलने तो दो ..
बिम्ब और उसकी प्रति में रची, इस कृति को आज संवरने तो दो .. 
रंगों कि इस  रूमानियत में.... कुछ पल यूँ ही आज बहने तो दो ...!!
- नंदिता (11/11/11)

( Picture Courtesy - Mr.Shailesh Joshi )

2 comments:

  1. बहुत खूबसूरत तस्वीर और पंक्तियाँ .

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  2. Thanks Meeta...

    The pic is of Naini and is clicked by Mr.Shailesh Joshi... he is a member of our group " Nainital--our love!!"

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